बाल आग्रह की शायरी
हल्दी है चन्दन है, रिस्तो का बंधन है
मेरे चाचू की शादी में आप का अभिनन्दन है
ढोल नगाड़े हुए पुराने डी जे का जमाना है
मेरे चाचू की शादी में आप को जरुर से जरुर आन है
न कोई दफ्तर , न कोई बहाना होगा
मेले चाचू की शादी में जलूल से जलूल आना होगा
कोल्ड ड्रिंक पियेंगे रस्गुला खायेंगे
चाचू की शादी है धूम मचाएंगे ☺


Mast Sayri Hai
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